विश्वविद्यालय में
शाम की खुली हवा में
घूमते हुए अक्सर मुझे
वह आदमी दिख जाता था
हाथ में वॉकिंग स्टिक लिए
टोपी पहन कर घूमने वाला
पचास की उम्र वाला
एक आदमी
कभी उनसे बातचीत तो नहीं हुई थी
लेकिन उसके बगैर भी
उनकी निगाहें मुझसे
कुछ कहती ही जाती हैं
जो मेरे अनकहे सवालों का
जवाब ही तो है ।
यह क्या स्थिति है
बिना बात के आदमी को समझने
की यह रीति?
काश! ऐसे ही कोई,
टटोले मेरे जीवन को!!!